Uttar Pradesh Paper Leak मामले पर Rahul Gandhi का गुस्सा, कहा – यह शाप है, 2 करोड़ से अधिक छात्रों का सपना टूटा
Rahul Gandhi on Paper Leak Case: पूर्व Congress अध्यक्ष Rahul Gandhi ने पेपर लीक केस के बारे में कहा कि यह युवाओं के लिए एक शाप बन गया है। मंगलवार (5 मार्च, 2024) को उन्होंने एक सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि पेपर लीक ने केवल उत्तर प्रदेश (UP) के युवा ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक शाप बन गया है। सिर्फ 7 साल में, 70 से अधिक पेपर लीक केसों ने 2 करोड़ से अधिक छात्रों के सपनों को तोड़ दिया है। इसके कारण, न केवल भविष्य निर्माण के कीमती वर्ष बर्बाद हो रहे हैं, बल्कि इससे उनके परिवारों पर आर्थिक और मानसिक बोझ भी पड़ रहा है।
केरल के वायनाड के कांग्रेस के सांसद ने अधिक पढ़ें, “एक असावधान सरकार, भ्रष्ट अधिकारियों, कॉपी माफिया और निजी प्रिंटिंग प्रेस के अपराधी संघ को समाप्त करने और प्रत्ये
ेवस्तु स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। जब मैं छात्रों के साथ इंटरैक्ट करता हूं, तो उन्होंने मुझे बताया कि पेपर लीक के लिए तीन मुख्य कारण हैं: 1. सरकारी यंत्रणा बिक गई है, 2. निजी प्रिंटिंग प्रेस और 3. अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का भ्रष्टाचार का गढ़ हो गया है।”
युवा की भविष्य I.N.D.I.A. गठबंधन की प्राथमिकता
Congress नेता के अनुसार, “सभी से मिली सुझावों को जोड़कर, Congress युवाओं की भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और पूरी बनाने के लिए एक सुदृढ़ और सुरक्षित योजना बना रही है, और हम बहुत जल्द ही आपके सामने हमारी दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे। हम छात्रों के भविष्य के साथ खेलने का इरादा नहीं करेंगे! युवा का भविष्य भारत गठबंधन की प्राथमिकता है।”
पेपर लीक केस में चयन बोर्ड की अध्यक्ष Renuka Mishra पर आरोप
इससे पहले Rahul Gandhi के इस हमले के बाद, मंगलवार (5 मार्च, 2024) को पेपर लीक केस में चयन बोर्ड की अध्यक्ष Renuka Mishra पर आरोप लगे थे। उन्हें फर्जी और असहीत फाइल करने के लिए पद से हटा दिया गया था। उन्हें वर्तमान में प्रतीक्षा सूची में रखा गया है, जबकि राजीव कृष्णा को पुलिस भर्ती बोर्ड के नए अध्यक्ष बनाया गया है।
CM Yogi ने कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के रद्द होने पर यह कहा था
परीक्षा की रद्दी के बाद, भर्ती बोर्ड की आंतरिक मूल्यांकन समिति ने न तो अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर सकी और न ही इस मामले में किसी भी IFR पंजीकृत कर सकी। UP के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने 17 और 18 फरवरी को आयोजित हुई पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2023 को रद्द कर दिया है और आगामी 6 महीने में पूरी स्वच्छता के साथ पुनः परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री Yogi ने इस निर्णय को आयोजित हो रहे STF जांच और अब तक की कार्रवाई की समीक्षा करते हुए लिया।