PNB scam accused Mehul Choksi detained in Belgium

PNB scam accused Mehul Choksi detained in Belgium
पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी बेल्जियम में हिरासत में, भारत ने की प्रत्यर्पण की मांग
नई दिल्ली, 14 अप्रैल: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के बहुचर्चित ₹13,000 करोड़ के घोटाले में वांछित हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में हिरासत में लिया गया है। यह कार्रवाई भारतीय जांच एजेंसियों – प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) – की ओर से किए गए प्रत्यर्पण अनुरोध के बाद की गई। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, चोकसी को शनिवार को हिरासत में लिया गया।
मेहुल चोकसी, जो लंबे समय से कानून से भाग रहा है, को लेकर भारतीय एजेंसियां वर्षों से प्रयासरत थीं। एक समय इंटरपोल द्वारा चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) जारी किया गया था, लेकिन कुछ समय पहले यह नोटिस रद्द कर दिया गया था। इसके बावजूद भारत ने अपने प्रयास जारी रखे और अब जाकर इस मामले में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।
सूत्रों के अनुसार, रेड कॉर्नर नोटिस हटने के बावजूद भारतीय एजेंसियों ने चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की और बेल्जियम सरकार से औपचारिक अनुरोध किया। इसके तहत चोकसी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब प्रत्यर्पण प्रक्रिया की अगली कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
मेहुल चोकसी, जो पहले एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले चुका था, 2018 में भारत से फरार हो गया था। वह अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ मिलकर ₹13,000 करोड़ के बैंक घोटाले में मुख्य आरोपी है। यह घोटाला भारतीय बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घोटालों में से एक माना जाता है। इसमें विदेशी क्रेडिट गारंटी (लेटर ऑफ अंडरटेकिंग) के जरिए धोखाधड़ी कर विदेशी बैंकों से कर्ज लिया गया था, जिसे कभी चुकाया नहीं गया।
भारत सरकार इस घोटाले में शामिल दोनों आरोपियों – नीरव मोदी और मेहुल चोकसी – को भारत वापस लाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। नीरव मोदी इस समय लंदन की जेल में है और उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया ब्रिटिश अदालत में लंबित है।
चोकसी की बेल्जियम में गिरफ्तारी को भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक और कानूनी जीत के रूप में देखा जा रहा है। यदि प्रत्यर्पण प्रक्रिया सफल होती है, तो चोकसी को भारत लाकर पूछताछ और कानूनी कार्रवाई के लिए प्रस्तुत किया जा सकेगा।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि भारत इस मामले को लेकर बेल्जियम के अधिकारियों के संपर्क में है और जरूरी दस्तावेजों तथा कानूनी प्रक्रियाओं को तेजी से पूरा किया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द चोकसी को भारत लाया जा सके।
यह मामला भारत की न्याय प्रणाली और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की दिशा में एक मजबूत संकेत है कि बड़े आर्थिक अपराधों में संलिप्त लोग अब कानून के शिकंजे से ज्यादा देर तक बाहर नहीं रह सकते।