Maharashtra election was won by ‘fraud’: Kharge said

Maharashtra election was won by ‘fraud’: Kharge said
महाराष्ट्र चुनाव ‘धोखाधड़ी’ से जीता गया: खड़गे ने कहा – अब बैलेट पेपर से हों चुनाव
अहमदाबाद, 9 अप्रैल: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में “अभूतपूर्व धोखाधड़ी” के जरिए जीतने का आरोप लगाया और चुनावों को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के बजाय बैलेट पेपर से कराने की जोरदार मांग की।
अहमदाबाद में साबरमती नदी के तट पर आयोजित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के अधिवेशन को संबोधित करते हुए खड़गे ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि यह सरकार देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है और देश की संपत्तियों को कुछ पूंजीपतियों के हवाले कर रही है।
EVM पर सवाल और बैलेट पेपर की मांग
खड़गे ने कहा, “पूरी दुनिया EVM से बैलेट पेपर की ओर बढ़ रही है, लेकिन हम अब भी EVM का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह पूरी प्रक्रिया एक बड़ा धोखा है। उन्होंने ऐसी तकनीकें बना ली हैं जो सत्ताधारी पार्टी को फायदा और विपक्ष को नुकसान पहुंचाती हैं।” उन्होंने दावा किया कि देश के युवा अब खुद कहेंगे कि उन्हें बैलेट पेपर से चुनाव चाहिए।
महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव पर आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को “धोखाधड़ी” करार देते हुए कहा कि भाजपा ने 90% सीटें जीत लीं, जो पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र चुनाव में ऐसा घोटाला हुआ जो पहले कभी नहीं देखा गया। मतदाता सूची में गड़बड़ियां की गईं। राहुल गांधी ने इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया। यही हाल हरियाणा में भी हुआ।”
उन्होंने विश्वास जताया कि सच्चाई सामने आएगी और कहा, “चोर कितना भी चालाक हो, पकड़ा जाता है। हमारे वकील और नेता इस पर काम कर रहे हैं।”
संविधान पर हमला और लोकतंत्र का क्षरण
खड़गे ने आरोप लगाया कि पिछले 11 वर्षों से केंद्र की सरकार संविधान और उसकी संस्थाओं पर हमला कर रही है। उन्होंने कहा, “हमारे लोकतंत्र को धीरे-धीरे खत्म किया जा रहा है। संसद में विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाता। बजट सत्र को सरकार ने अपनी मर्जी से चलाया।”
उन्होंने कहा कि मणिपुर पर चर्चा सुबह 4 बजे कराई गई, जबकि उन्होंने अनुरोध किया था कि बहस अगले दिन की जाए, लेकिन सरकार तैयार नहीं हुई। उन्होंने दावा किया कि इससे सरकार कुछ छुपाना चाहती है।
सरकारी संसाधनों का निजीकरण और आरक्षण पर खतरा
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार देश की सार्वजनिक संपत्तियों को कुछ खास उद्योगपतियों को सौंप रही है। उन्होंने कहा कि एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को निजीकरण के जरिए खत्म किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “अगर ऐसा ही चलता रहा तो मोदी सरकार पूरे देश को बेच देगी और चली जाएगी।”
जातीय जनगणना की मांग और ओबीसी के नाम पर राजनीति का आरोप
खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ओबीसी समुदाय का नाम केवल राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और पूरे देश में जातीय जनगणना कराने की मांग की।
धार्मिक ध्रुवीकरण का आरोप और आरएसएस पर निशाना
खड़गे ने भाजपा-आरएसएस पर समाज में सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “500 साल पुराने मुद्दों को उठाकर समाज को बांटने का काम किया जा रहा है। आरएसएस प्रमुख कहते हैं कि मस्जिदों में शिवलिंग न खोजो, लेकिन भाजपा नेता ऐसा ही कर रहे हैं। प्रधानमंत्री आग लगाते हैं और आरएसएस उसमें घी डालता है।”
कांग्रेस की आंतरिक सख्ती और संगठनात्मक सुधार
खड़गे ने पार्टी के गैर-प्रदर्शनकारी नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग पार्टी के लिए काम नहीं करते उन्हें विश्राम करना चाहिए या सेवानिवृत्त हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला कांग्रेस कमेटियों (DCC) को और अधिकार दिए जाएंगे और ब्लॉक स्तर पर कमेटियों का गठन किया जाएगा।
संकल्प अधिवेशन और सरदार पटेल की विरासत का दावा
कांग्रेस का यह अधिवेशन “न्यायपथ: संकल्प, समर्पण और संघर्ष” थीम पर आधारित है, जिसमें 1,700 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। अधिवेशन के दौरान कांग्रेस ने सरदार वल्लभभाई पटेल की विरासत को अपनाने का संकल्प लिया और भाजपा-आरएसएस के राष्ट्रवाद के एजेंडे को चुनौती देने की बात कही।
कुल मिलाकर, खड़गे का यह भाषण सरकार की नीतियों पर तीखा हमला था और कांग्रेस के आगामी चुनावी एजेंडे की झलक भी दिखाता है।