Kathua Terror Attack : ‘जवानों की शहादत का बदला लिया जाएगा’
Kathua Terror Attack : रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने कठुआ आतंकी हमले पर आतंकियों को कड़ा संदेश दिया: ‘जवानों की शहादत का बदला लिया जाएगा’। अरमाने ने कहा कि पांच सैन्यकर्मियों की मौत का दंड मिलेगा। इसके अलावा, उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना भी व्यक्त की। रक्षा मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में यह टिप्पणी दी है।
8 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में एक आतंकी हमला हुआ था, जिसमें पांच सैन्यकर्मी मारे गए थे।
सरकार ने अब जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में 8 जुलाई को हुए आतंकी हमले को लेकर बड़ा बयान दिया है। मंगलवार को रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने कहा कि भारत पांच सैन्यकर्मियों की हत्या का बदला लेगा और इसके पीछे की बुरी ताकतों को हरा देगा।
रक्षा सचिव का आतंकियों को कड़ा संदेश: हमले के बाद, रक्षा सचिव ने कहा, ‘मैं कठुआ के बदनोटा में हुए आतंकवादी हमले में पांच बहादुरों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करता हूं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। उनकी देशभक्ति और बलिदान का बदला हमेशा याद रखा जाएगा। भारत इस हमले के पीछे की बुरी शक्ति को पराजित करेगा।रक्षा मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में यह टिप्पणी साझा की।
5 जवान शहीद हुए
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सैनिकों की शहादत पर शोक व्यक्त किया। बता दें कि 8 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकियों के हमले में 5 जवान शहीद हो गए, जिनमें एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) भी शामिल था। साथ ही पांच घायल सैनिक पठानकोट मिलिट्री हॉस्पिटल भेजे गए हैं।
आतंकियों ने हमला कैसे किया?
वास्तव में, सभी जवान बदनोटा के पहाड़ी क्षेत्र में पेट्रोलिंग करने के लिए चले गए। आतंकियों ने गाड़ी की धीमी गति का फायदा उठाया क्योंकि एक तरफ खाई थी। पहाड़ी पर घात लगाए हुए आतंकियों ने सैनिकों को मार डाला। सेना ने भी काउंटर अटैक किया, लेकिन सभी आतंकवादी जंगल में भाग गए। हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों की खोज के लिए व्यापक अभियान शुरू किया गया ।
पिछले महीने रियासी में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में आतंकी वारदातों में वृद्धि हुई है। बीते दिन जम्मू प्रदेश के कठुआ में आतंकियों ने सेना पर हमला किया था। इसमें पांच जवान शहीद हो गए । इस हमले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उनका कहना था कि आतंकवाद जम्मू-कश्मीर में एक चुनौती है। आप चाहते भी इससे बाहर नहीं जा सकते।
आतंकवाद को नहीं छोड़ सकते: उमर अब्दुल्ला उमर अब्दुल्ला ने कहा कि दुर्भाग्य से हमारे पांच जवान इस हमले में शहीद हो गए । हमने बार-बार कहा है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद एक चुनौती है। आप चाहते हैं, लेकिन इससे दूर नहीं जा सकते।
उनका कहना था कि सरकार ने आर्टिकल 370 को हटाकर आतंक और हिंसा सहित सभी मुद्दों को हल करना चाहिए था। इस तरह के हमलों ने हालांकि सब कुछ साफ कर दिया।
पिछले कुछ दिनों में हुए कई आतंकी हमले गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों में आतंकी हमलों में काफी वृद्धि हुई है। पिछले महीने नौ जून को जम्मू प्रदेश के रियासी में शिवखोड़ी से लौट रही बस पर आतंकवादी हमला हुआ था। नौ श्रद्धालु मारे गए और ४१ से अधिक घायल हो गए।
10 और 11 जून को, इसके अगले दिन, कठुआ के हीरानगर में आतंकी हमला हुआ। इस हमले में सुरक्षा बलों ने दो आतंकी मार डाले और एक बच्चा मारा गया। 12 जून को डोडा में भी सैन्य कैंप पर हमला किया गया था। इन हमलों में छह जवान घायल हुए।