International Labour Day 2024: क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस
International Labour Day, 2024: क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस और इस वर्ष की थीम क्या है?
आपने International Labour Day सुना होगा, जो हर साल 1 मई को मनाया जाता है, लेकिन यह सिर्फ एक सार्वजनिक छुट्टी नहीं है। इस दिन को मनाने का एक बहुत महत्वपूर्ण उद्देश्य है। उस उद्देश्य को पूरा करने के लिए इस वर्ष की थीम भी चुनी गई है। आइए जानते हैं अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस क्यों मनाया जाता है और इसकी थीम क्या है।
01 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है। इस दिन को कामगार दिवस, श्रम दिवस, मई दिवस और श्रमिक दिवस भी कहते हैं। दुनिया भर में इस दिन को मनाने का एक बहुत विशिष्ट उद्देश्य है। इसलिए हर साल इस दिन को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य है कर्मचारियों को उनके योगदान की सराहना करना और लोगों को उनके हालात और समस्याओं के प्रति जागरूक करना। आइए जानें इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की थीम क्या है और इसे मनाने की शुरुआत कैसे हुई।
क्या इस वर्ष की थीम है?
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर हर साल एक विशिष्ट विषय चुना जाता है। इस वर्ष की थीम है जलवायु परिवर्तन के बीच काम पर सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करना। इस विषय के जरिए कर्मचारियों के स्वास्थय और सुरक्षा का महत्व बताया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस से लगभग 135 साल पहले, अमेरिका में कामगारों की स्थिति बहुत खराब थी। वे दिन में लगभग पंद्रह घंटे काम करते थे। साथ ही, काम की जगह पर सफाई नहीं थी और हवा नहीं थी। इन्हीं खराब हालात से परेशान होकर मजदूरों ने हड़ताल करने का फैसला किया, जिससे 1 मई 1886 को बहुत से मजदूर अमेरिका की सड़कों पर उतर गए। उनकी मांग थी कि कार्यस्थल में सुधार किया जाए और 15 घंटे से 8 घंटे कम किया जाए और कामकाज में सुधार भी होगा। जब पुलिस को लगा कि हालात नियंत्रण से बाहर जा रहे हैं, तो उन्होंने गोली चला दी, जिससे सौ से अधिक लोग घायल हो गए और कई कर्मचारियों की जान चली गई। 01 मई, 1889 को अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन की दूसरी बैठक ने इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव दिया। इस दिन को भी अवकाश घोषित किया गया था, और कर्मचारियों को आठ घंटे से अधिक काम नहीं करने का निर्णय भी लिया गया था।
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य देश बनाने में कामगारों का योगदान स्मरण करना और सम्मानित करना है। इस दिन कर्मचारियों का संघर्ष स्मरण किया जाता है और उनकी मेहनत की सराहना की जाती है। साथ ही, इस दिन को मनाने का एक और उद्देश्य है मजदूरों के अधिकारों की रक्षा करना और उन्हें इसके प्रति जागरूक करना।
मजदूर दिवस को भारत में पहली बार 1923 में चेन्नई में वामपंथियों ने मनाया था। इसके बाद देश भर में कई मजदूर संगठन इस दिन को मनाने लगे। भारत में 1 मई को यह दिन मनाया जाता है। इस दिन भी आम हॉलीडे होता है।