India is a great example of progress in a world of uncertainties

India is a great example of progress in a world of uncertainties : President Murmu
अनिश्चितताओं की दुनिया में प्रगति का शानदार उदाहरण है भारत: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
ब्रातिस्लावा/नित्रा (स्लोवाकिया), 10 अप्रैल: भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपनी स्लोवाकिया यात्रा के दौरान भारत की प्रगति को वैश्विक अस्थिरताओं के बीच एक प्रेरणादायक उदाहरण बताया। उन्होंने स्लोवाकियाई उद्योग जगत को ‘मेक इन इंडिया’ अभियान से जुड़ने का आमंत्रण देते हुए कहा कि भारत निवेश के लिए एक भरोसेमंद और उभरता हुआ गंतव्य है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने स्लोवाकिया के नित्रा शहर स्थित जगुआर लैंड रोवर (JLR) उत्पादन इकाई का दौरा किया, जहां उन्होंने भारतीय कर्मचारियों से मुलाकात की और लैंड रोवर डिफेंडर की एक नई इकाई के रोलआउट की प्रक्रिया को देखा। उन्होंने भारतीय इंजीनियरों और तकनीकी विशेषज्ञों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि भारत के युवा वैश्विक मंचों पर अपनी योग्यता और कौशल का डंका बजा रहे हैं।
अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, “आज की दुनिया में जब हम अस्थिरता, जलवायु संकट, आर्थिक चुनौतियों और वैश्विक संघर्षों से जूझ रहे हैं, भारत एक स्थायित्व, नवाचार और आर्थिक विकास का प्रतीक बनकर उभरा है। हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है, और हम सतत विकास की दिशा में ठोस कदम उठा रहे हैं।”
राष्ट्रपति ने स्लोवाकियाई व्यवसायों से भारत के बढ़ते बुनियादी ढांचे, डिजिटलीकरण, और नवाचार के क्षेत्रों में भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत का ‘मेक इन इंडिया’ अभियान न केवल विनिर्माण को बढ़ावा देता है, बल्कि वैश्विक साझेदारों को भारत में निवेश के लिए एक व्यापक मंच भी प्रदान करता है।
द्रौपदी मुर्मू स्लोवाक गणराज्य की यात्रा करने वाली केवल दूसरी भारतीय राष्ट्रपति बनी हैं। इससे पहले 29 साल पहले किसी भारतीय राष्ट्रपति ने इस देश का दौरा किया था। यह दौरा भारत और स्लोवाकिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का अवसर बन रहा है।
राष्ट्रपति मुर्मू के इस दौरे में दोनों देशों के बीच व्यापार, शिक्षा, संस्कृति, और विज्ञान एवं तकनीक के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने इस यात्रा के दौरान स्लोवाक गणराज्य के राष्ट्रपति जुज़ाना चापुतोवा से भी मुलाकात की और आपसी हितों के विविध मुद्दों पर चर्चा की।
यह यात्रा भारत की विदेश नीति में बहुपक्षीय संबंधों को प्राथमिकता देने की दिशा में एक और मजबूत कदम है। राष्ट्रपति मुर्मू का यह संदेश स्पष्ट है कि भारत वैश्विक अनिश्चितताओं के दौर में स्थायित्व और विकास की मिसाल बनकर उभरा है, और अब वह दुनिया के साथ अपने अनुभव और अवसर साझा करने के लिए तैयार है।