Earthquake: Earthquake of 4.0 magnitude in Delhi-NCR

Earthquake: Earthquake of 4.0 magnitude in Delhi-NCR
Delhi NCR में भूकंप: दिल्ली-एनसीआर में 4.0 तीव्रता का भूकंप, लोग दहशत में; नई दिल्ली केंद्र रही
दिल्ली:
Delhi NCR में भूकंप: सोमवार सुबह दिल्ली में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। भूकंप ने भी लोगों को जगाया। यह कंपन इतना बड़ा था कि धरती कई सेकंड तक हिलती रही। भयभीत लोग अपने घरों से भाग निकले। भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.0 थी। यह सिर्फ दिल्ली के आसपास बताया जा रहा है। इसलिए भूकंप तेज था।
दिल्ली में भूकंप के झटके इतने भयंकर थे कि लोग घबरा गए। दिल्ली में भूकंप के झटके को महसूस करने वाली मेहविश ने कहा, ‘ऐसा महसूस हुआ की जमीन के नीचे कुछ टूट रहा है। जमीन हिलने की आवाज आई। तेज आवाज से मेरी आंखें खुलीं। मैं भयभीत था। तब मैंने अपने पांच साल के बेटे को गोद में उठाया और सीधे घर से भाग पड़ी, जान बचाने के लिए। बहुत से लोग घरों से बाहर निकलकर खड़े हो गए। हर कोई Shock में था।’
भूकंप आने पर क्या करें?
भूकंप के दौरान पूरी तरह सुरक्षित रहें। सावधान रहें कि कौन-से भूकंप वास्तव में पूर्व-चेतावनी देने वाले भूकंप के झटके होते हैं और बाद में बड़ा भूकंप भी हो सकता है। धीरे-धीरे कुछ कदमों तक सीमित हलचल करें जिससे पास में किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकें और भूकंप के झटकों के रुकने पर घर में तब तक रहें जब तक कि आपको यह सुनिश्चित हो जाएं कि बाहर निकलना सुरक्षित है।
यदि आप घर के अंदर हों
आप यदि घर के अंदर हों तो जमीन पर झुक जाएं, किसी मजबूत मेज अथवा फर्नीचर के किसी हिस्से के नीचे शरण लें या तब तक मजबूती से पकड़कर बैठे रहें जब तक कि भूकंप के झटके न रुक जाएं। यदि आपके पास कोई मेज या डेस्क नहीं है, तो बिल्डिंग के किसी कोने में झुक कर सिर और चेहरे को बाजुओं से ढक कर बैठ जाएं।
अपने आप को बचाने के लिए किसी आंतरिक दरवाजे के लेंटर, कमरे के कोने, मेज या पलंग के नीचे रुकें।
शीशे , खिड़कियों, दरवाजों तथा दीवारों से दूर रहें या ऐसी कोई चीज जो गिर सकती हो (जैसे लाइटिंग फिक्सचर्स या फर्नीचर), से दूर रहें।
यदि आप घर के बाहर हों
यदि आप घर के बाहर हों तो जहां हों वहां से आप न हिलें। इसके साथ ही बिल्डिंग, पेड़ों, स्ट्रीट लाइटों तथा बिजली/टेलीफोन आदि की तारों आदि से दूर रहें।
यदि आप किसी खुली जगह पर हों तो वहां तब तक रुके रहें जब तक कि भूकंप के झटके न रुक जाएं। सबसे बड़ा खतरा बिल्डिंग के बाहर, निकास द्वारों तथा इसकी बाहरी दीवारों के पास होता है। भूकंप से संबंधित अधिकांश दुर्घटनाएं दीवारों के गिरने, टूटकर गिरने वाले कांच तथा गिरने वाली वस्तुओं के कारण होती हैं।
यदि मलबे के नीचे फंसे हों
माचिस की तीली को न जलाएं।
धूल न उड़ाएं अथवा हिले-डुले नहीं।
अपने मुंह को किसी रुमाल अथवा कपड़े से ढकें।
किसी पाइप या दीवार को थपथपाएं ताकि बचाने वाले आपको ढूंढ सकें। यदि उपलब्ध हो तो सीटी का उपयोग करें। अगर और कोई उपाय न हो तो तेजी से चिल्लाएं।
यदि किसी चलते वाहन में हों
जितनी जल्दी संभव हो सुरक्षा के साथ गाड़ी रोकें तथा गाड़ी में रुके रहें। बिल्डिंग, पेड़ों, ओवरपास, बिजली/टेलीफोन आदि की तारों के पास या नीचे रुकने से बचें।
सावधानी से भूकंप के रुकने के बाद आगे बढ़ें अथवा सड़कों, पुलों, रैम्प से बचें जो भूकंप द्वारा क्षतिग्रस्त हुए हो सकते हैं।
Advertisement – हमें ज़रूरत है Fresher Trainee Reporters और Writers की… जिसके लिए सिर्फ़ हिन्दी का अच्छा ज्ञान और थोड़ी बहुत ख़बर की समझ होनी ज़रूरी है ।
newsinshorts.co.in से आज ही जुड़ने के लिए हमें news@newsinshorts.co.in पर Email करें।
Training के बाद आपकी Income Start हो जाएगी ।
हमसे जुड़ने के लिए हमारी इ-मेल आईडी newsinshortskhabar@gmail.com पर संपर्क करें