Congress pledges to protect constitutional values: Kharge

Congress pledges to protect constitutional values: Kharge
संविधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए कांग्रेस की प्रतिज्ञा: अंबेडकर जयंती पर खरगे
नई दिल्ली, 14 अप्रैल: भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर कांग्रेस पार्टी ने संविधानिक मूल्यों, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस अवसर पर डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पार्टी उनके आदर्शों और विचारों को आत्मसात करते हुए संविधान की रक्षा के लिए हमेशा संघर्षरत रहेगी।
खरगे ने कहा, “आज बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती पर हम यह शपथ लेते हैं कि हम भारत के संविधान को कमजोर नहीं होने देंगे। सामाजिक न्याय, समानता और बंधुत्व जैसे मूल्यों की रक्षा के लिए कांग्रेस पूरी प्रतिबद्धता के साथ खड़ी है।”
डॉ. अंबेडकर का जीवन भारत के इतिहास में सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है। एक दलित परिवार में जन्मे अंबेडकर ने समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव और छुआछूत का गहरा अनुभव किया। उन्होंने इसके खिलाफ आजीवन संघर्ष किया और भारत में सामाजिक समानता स्थापित करने के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए।
1891 में जन्मे डॉ. अंबेडकर एक विलक्षण छात्र थे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स जैसी विश्वप्रसिद्ध संस्थाओं से शिक्षा प्राप्त की। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने न केवल एक प्रतिष्ठित विधिवेत्ता और अर्थशास्त्री के रूप में ख्याति प्राप्त की, बल्कि एक प्रभावशाली सामाजिक सुधारक के रूप में भी पहचान बनाई।
स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री के रूप में डॉ. अंबेडकर ने भारतीय संविधान के निर्माण में केंद्रीय भूमिका निभाई। उनका संविधान निर्माण में योगदान अतुलनीय रहा है। उन्होंने ऐसे प्रावधानों को शामिल किया जो दलितों, महिलाओं और कमजोर वर्गों को समान अधिकार और अवसर प्रदान करते हैं।
कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि आज जब देश के लोकतांत्रिक संस्थानों और संविधान पर खतरे मंडरा रहे हैं, ऐसे समय में डॉ. अंबेडकर के विचार और मार्गदर्शन और भी प्रासंगिक हो गए हैं। पार्टी ने लोगों से अपील की कि वे संविधान की रक्षा और सामाजिक न्याय की स्थापना के लिए एकजुट हों।
खरगे ने यह भी कहा कि, “डॉ. अंबेडकर ने हमें जो संविधान दिया, वह भारत की आत्मा है। यह केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि एक जीवंत प्रतीक है भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों का। कांग्रेस इसे कभी कमजोर नहीं होने देगी।”
बाबासाहेब अंबेडकर की 133वीं जयंती पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके विचारों को अपनाने का संकल्प लिया।