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Budget 2024 क्या सस्ता हुआ क्या महंगा हुआ निर्मला सीतारमण के बजट में किस चीज़ के दाम बढे किसके घटे
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इस बार बजट में कुछ भी सस्ता या महंगा नहीं हुआ है । ऐसा क्यों? ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि साल 2017 में GST लागू किया गया था जिसके बाद से बजट में केवल Custom Duty , Excise Duty को ऊपर नीचे बढ़ाया या घटाया जाता है, जिसका असर गिनी- चुनी चीजों पर पड़ता है । तो इस बार सरकार ने कस्टम ड्यूटी या एक्साइज ड्यूटी में कोई भी बदलाव नहीं किया है । ऐसे में यहां हम बीते एक साल में आम जरूरत की चीजों के दाम कितने बढ़े या घटे उसके बारे में बता रहे हैं । तुअर दाल 110 रुपए से बढ़कर 154 रुपए किलो पर पहुंचे बीते एक साल में तुअर दाल 110 रुपए से बढ़कर 154 रुपए किलो पर पहुंच गई । वहीं इस साल चावल 37 रुपए से बढ़कर 43 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है । इसी तरह रोजाना उपयोग होने वाले सामान जैसे दूध, शक्कर, टमाटर और प्याज के दाम भी बढ़े हैं । हालांकि गैस सिलेंडर सहित कई अन्य चीजों के दाम में गिरावट भी देखने को मिली है ।

1 January 202331 December 2023बढ़ा- घटा
आटा36.8136.69-0.21  घटा
चावल37.6243.235.61 बढ़ा
तुअर दाल11015444 बढ़ा
सोयाबीन तेल14912128  घटा
दूध54584 बढ़ा
शक्कर41.4544.463.21 बढ़ा
आलू23.3622.640.72 घटा
टमाटर23.3333.7110.38 बढ़ा
प्याज26.0738.7912.72 बढ़ा

 

 

1 January 202331 December 2023बढ़ा- घटा
घरेलु गैस1053903150 घटा
 कमर्शियल गैस1769175715 घटा
पेट्रोल 96.7296.72———
डीज़ल89.6289.62———-
सोना54868632468379 बढ़ा
चाँदी68092733955305 बढ़ा
होम लोन8.9%9.15%0.25% बढ़ा
टमाटर23.3333.7110.38 बढ़ा
प्याज26.0738.7912.72 बढ़ा

 

सस्ते और महंगे उत्पादों के बजट में इनडायरेक्ट टैक्स के बढ़ने-घटने को समझने के लिए पहले टैक्सेशन व्यवस्था को समझना होगा। डायरेक्ट टैक्स और इनडायरेक्ट टैक्स दो अलग-अलग प्रकार के करों में विभाजित हैं:

1. सीधे कर: यह लोगों की कमाई पर लगाया जाता है। पर्सनल प्रॉपर्टी टैक्स और इनकम टैक्स इसमें शामिल हैं। टैक्स का प्रत्यक्ष भुगतान करने वाला व्यक्ति ही जिम्मेदार है। इसे नियंत्रित करता है सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT)।

2. प्रत्यक्ष कर: इसका उपयोग वस्तुओं और सेवाओं पर किया जाता है। इसमें कस्टम टैक्स, एक्साइज टैक्स, GST, VAT और सर्विस टैक्स शामिल हैं।

जैसे होलसेलर इसे रिटेलर्स को देता है, जो इसे खरीदने के लिए देते हैं। यानी, ग्राहक ही इससे प्रभावित होते हैं। CBIC, सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स, इस टैक्स का नियंत्रण करता है।

GST के दायरे में लगभग 90 प्रतिशत उत्पादों में से केवल कुछ बजट में सस्ते या महंगे हैं। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 2017 से लगभग 90% उत्पादों की कीमतें GST पर निर्भर करती हैं। GST काउंसिल सभी निर्णय लेती है।

इसलिए इन उत्पादों की कीमतें बजट में नहीं बदलतीं। कस्टम और एक्साइज ड्यूटी जैसे इनडायरेक्ट टैक्स के बढ़ने और घटने पर बजट में बचे हुए उत्पाद का मूल्य निर्भर करता है।

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