Ammonia gas spill at a plant in Madhya Pradesh triggers alarm

Ammonia gas spill at a plant in Madhya Pradesh triggers alarm
मध्य प्रदेश के रतलाम में फैक्ट्री से अमोनिया गैस लीक, कर्मचारियों में मची अफरा-तफरी
रतलाम (मध्य प्रदेश), 9 अप्रैल: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के जौरा कस्बे में मंगलवार रात एक फैक्ट्री में अमोनिया गैस का रिसाव होने से इलाके में हड़कंप मच गया। घटना रात करीब 10:30 बजे की है जब फैक्ट्री परिसर में अचानक गैस का रिसाव शुरू हो गया। इससे फैक्ट्री में काम कर रहे कुछ कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ गई और तत्काल राहत व बचाव कार्य शुरू किया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए फैक्ट्री के सभी कर्मचारियों को तात्कालिक रूप से बाहर निकाल लिया गया और गैस रिसाव को नियंत्रित करने के प्रयास शुरू किए गए।
प्रभावितों को समय पर चिकित्सा सहायता
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, गैस के संपर्क में आने से कुछ लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ और चक्कर आने की शिकायत हुई। ऐसे कर्मचारियों को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया। फिलहाल किसी की हालत गंभीर नहीं बताई गई है और सभी प्रभावित लोग खतरे से बाहर हैं।
रतलाम जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है। राहत और बचाव कार्य तत्काल शुरू कर दिए गए थे और स्थिति को कुछ ही घंटों में नियंत्रण में ले लिया गया। पर्यावरण विभाग की टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया है।”
गैस लीक का कारण पता लगाने की जांच शुरू
अधिकारियों ने बताया कि यह गैस लीक अमोनिया टैंक के वाल्व में तकनीकी खराबी के चलते हुआ हो सकता है, हालांकि इसकी पुष्टि तकनीकी जांच के बाद ही हो सकेगी। फैक्ट्री प्रबंधन से भी पूछताछ की जा रही है और सभी सुरक्षा उपायों की समीक्षा की जा रही है।
पर्यावरण विभाग और फैक्ट्री निरीक्षण दल द्वारा संयुक्त रूप से जांच की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। यदि किसी भी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों और कंपनी प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों में डर का माहौल
इस घटना के बाद आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों में भी भय का माहौल बना हुआ है। कई लोग रात को ही अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों पर चले गए। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी भी प्रकार की चिंता की आवश्यकता नहीं है।
प्रशासन ने यह भी बताया कि फैक्ट्री को फिलहाल अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है जब तक कि सभी सुरक्षा मानकों की दोबारा जांच नहीं हो जाती।
रतलाम की यह घटना एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों और नियमित जांच की आवश्यकता को उजागर करती है। समय पर कार्रवाई और प्रशासन की तत्परता के कारण बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह एक चेतावनी भी है कि गैस जैसे खतरनाक रसायनों के साथ काम करने वाली फैक्ट्रियों में विशेष सतर्कता और निगरानी जरूरी है। अब देखना होगा कि जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है और क्या उचित कार्रवाई होती है, जिससे भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।