Heat wave :  The first wave of heatwave will start from today
Spread the love

Heat wave : The first wave of heatwave will start from today

लू की पहली लहर आज से शुरू होगी! दिल्ली छोड़ने से पहले यह पढ़ें: दिल्ली के अलावा हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात, राजस्थान और पश्चिमी मध्यप्रदेश में भी लू चलेगी । इस अवधि में, मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत के कई क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।

न्यू दिल्ली:
दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) सहित उत्तर भारत के ज्यादातर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों ने अब तक की गर्मी का भरपूर आनंद लिया है। लेकिन आज से दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में जमीन गर्म होने लगेगी. सूरज की तपिश इतनी बढ़ेगी कि लोगों को कड़ी धूप में खड़े होने पर पसीना आने लगेगा। लोगों के घरों के Fan पूरी तरह से Full Speed होंगे। दिल्ली में आज से लू की मार पड़ने वाली है, इसलिए AC ऑन हो जाएगा। इससे गर्मी का कहर भी शुरू होगा।

दिल्ली में लू का क्या पूर्वानुमान है?

मौसम विभाग ने आज से तीन दिनों के लिए एक येलो अलर्ट जारी किया है जो लू के लिए है। तापमान फिर से तेजी से बढ़ता है जब हवाओं की रफ्तार कम होती है। अगले तीन दिनों में तापमान 40-42 डिग्री तक रह सकता है, मौसम विभाग ने कहा। दिल्ली में अभी तापमान सामान्य से 3 डिग्री अधिक है, 38 से 40 डिग्री सेल्सियस। IMD ने शुक्रवार को बताया कि अगले छह दिनों में उत्तर-पश्चिमी भारत में लू चलने का अनुमान है और दिल्ली में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो सकता है।

लू का अंत कब होगा?

मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में 7,8 और 9 अप्रैल को लू । इसका अर्थ है कि आज से लोगों को गर्म लू का सामना करना पड़ेगा। इसलिए मौसम विभाग ने 9 दिन का येलो अलर्ट जारी किया है। हालाँकि, इसके बाद हल्के बादल छाने की वजह से इससे कुछ राहत मिली है। मौसम विभाग ने लोगों को आने वाले दिनों में भारी गर्मी का सामना करने को कहा है। दिल्ली, गुजरात और राजस्थान में पहले से ही गर्मी है। भविष्य में इन स्थानों पर पारा और अधिक होगा।

राजस्थान में भी भारी लू चलेगी। गुजरात और सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में लू चल रहा है; उत्तर भारत के पंजाब और हरियाणा भी लू से प्रभावित हो सकते हैं। दिल्ली में अभी तापमान सामान्य से 3 डिग्री अधिक है, 38 से 40 डिग्री सेल्सियस। 7 अप्रैल से बारिश होने लगेगी। पश्चिमी विक्षोभ 8 से 10 अप्रैल के बीच पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है, जिससे आंधी, तेज हवाएं और बारिश हो सकती हैं।

हीट वेव से बचने के लिए क्या उपाय हैं?

आपको गर्मी से सुरक्षित रखने के लिए कुछ आसान और प्रभावी नुस्खे अपनाए जा सकते हैं।

बहुत सारा पानी पिएं: लू चलने के दौरान दिन भर पर्याप्त पानी पीते रहें। इससे शरीर को पर्याप्त पानी मिलेगा। आप नींबू पानी, नारियल पानी या छाछ भी ले सकते हैं।

हल्के वस्त्र पहनें: लू के दौरान ढीले-ढाले, हल्के रंग के और सूती कपड़े पहनने चाहिए। अगर आप गर्मियों में स्पोर्टस टी शर्ट पहन सकते हैं, तो यह बेहतर होगा।

 

धूप से बचें: गर्मी के मौसम में 4 बजे के आसपास बाहर निकलने से बचें, जब धूप सबसे तेज होती है। अगर जरूरत हो तो छाता, टोपी, स्कार्फ या गमछा पहनें।

 

हल्का भोजन: इस दौरान हल्का-फुल्का खाना खाएं। हरी सब्जियां, तरबूज, खीरा और संतरा खाने से शरीर ठंडा हो जाएगा।

 

लू के संकेत देखें: चक्कर, सिरदर्द, उल्टी या कमजोरी होने पर तुरंत छांव में जाएं, पानी पिएं और डॉक्टर से संपर्क करें।

 

बुजुर्गों और बच्चों को विशेष ध्यान दें: गर्मी उनकी सेहत पर जल्दी असर डालता है, इसलिए इन्हें हाइड्रेटेड रखें और धूप में जाने से परहेज करें।

 

स्कूल जाने वाले बच्चों का ध्यान कैसे रखें?

लू के दौरान स्कूल जाने वाले बच्चों का खास ध्यान रखना आवश्यक है। क्योंकि हीटवेव जल्दी उनकी सेहत पर प्रभाव डाल सकता है बच्चों को एक बोतल भर पानी दें और हर दिन थोड़ा-थोड़ा पानी पीने की आदत डालें। ग्लूकोजयुक्त पानी भी बच्चों को दे सकते हैं। बच्चों को सूती कपड़े पहनाएं, ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनाएं। स्कूल की ड्रेस के साथ हल्का कॉटन इनर भी दे सकते हैं, लेकिन टोपी या कैप जरूर पहनना चाहिए। बच्चों को हल्का भोजन दें, जैसे दलिया, तरबूज, खीरा या संतरा, या दही।

 

डॉक्टरों ने बुजुर्गों को क्या सलाह दी?

बुजुर्गों की सेहत को गर्मी में खास ध्यान देना चाहिए, क्योंकि उनका शरीर गर्मी और डिहाइड्रेशन को आसानी से सहन नहीं कर सकता। बुजुर्गों को, भले ही वे कम प्यास महसूस करें, हर दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है। आप चाहें तो मनपंसद लिक्विड, पानी, नारियल पानी, छाछ या ओआरएस (ORS) ले सकते हैं। सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है। बाहर जाना आवश्यक होने पर छाता, टोपी और हल्के रंग के कपड़े पहनने को कहा जाता है। हल्का और पोषक पदार्थों को खाएं। फल (तरबूज, खरबूजा, संतरा), सब्जियां (खीरा, लौकी), दही और हल्का सूप लें, हर बार छोटे-छोटे हिस्से में खाना लें।

 

गाड़ी पर हीट वेव का प्रभाव

लू ने लोगों और गाड़ी दोनों को प्रभावित किया। कार में आग लगने के मामले भी गर्मियों में बढ़ जाते हैं। ऐसे में विशेष सावधानी बरतने की दरकार है। गाड़ियों के इंजन ओवर हीट होने लगते हैं जैसे-जैसे पारा बढ़ता है, तेज गर्मी में इंजन अधिक गर्म हो सकता है, विशेष रूप से अगर गाड़ी लंबे समय तक धूप में खड़ी रहती है। इससे कूलिंग सिस्टम पर दबाव बढ़ता है, जिससे इंजन में गड़बड़ी का खतरा बढ़ता है। ईवी व्हीकल्स को अधिक तापमान एक अतिरिक्त समस्या है। बैटरी का तरल (इलेक्ट्रोलाइट) गर्मियों में जल्दी सूखता है, जिससे चार्जिंग और स्टार्टिंग में परेशानी हो सकती है। गर्म सड़कें और हवा का टायर ब्लोआउट का खतरा बढ़ाते हैं।

Air Conditioning पर जोर: AC को ठंडा रखने के लिए इंजन पर अधिक दबाव पड़ता है और अधिक फ्यूल खर्च होता है।

पेंट और घर के डिजाइन में क्षति: तेज धूप में पेंट फीका हो सकता है और डैशबोर्ड, सीटें या प्लास्टिक के हिस्से खराब हो सकते हैं।

Parking: गाड़ी को छांव में या ढके हुए स्थान (जैसे गैरेज) में पार्क करने की कोशिश करें। मुमकिन हो तो खिड़कियों पर सन शेड और विंडशील्ड लगाएं।

कूलेंट की जाँच करें: इंजन के कूलेंट लेवल रेगुलर को देखें। ओवरहीटिंग से बचने के लिए रेडिएटर को साफ रखें। टायरों का प्रेशर जांचें।

बैटरी की देखभाल करना: पानी का स्तर जांचें और बैटरी टर्मिनल्स को साफ रखें। गाड़ी को गर्मियों से पहले सर्विस करवाएं, जिसमें कूलिंग सिस्टम की जांच, फिल्टर चेक और ऑयल चेंज शामिल हैं।

हीट वेव फॉर्म्युला मौसम विभाग में क्या है?
हीटवेव डे या लू, मौसम विभाग के अनुसार, जब तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री या उससे अधिक हो और कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है। यह भी हीटवेव कहलाता है जब तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाए। साथ ही, सामान्य से 6.5 डिग्री ऊपर का तापमान एक “गंभीर” हीटवेव होता है।

Leave comment

Your email address will not be published. Required fields are marked with *.

SAUDI ARABIA की पहली मिस यूनिवर्स प्रतियोगी RUMY ALQAHTANI Mahua Moitra | महुआ मोइत्रा के बारे में कम ज्ञात तथ्य कौन है यह मॉडल